
18/06/2025
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी।
प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की अमर ज्योति, मातृभूमि के लिए अद्वितीय साहस और अटूट संकल्प की प्रतीक, वीरता और बलिदान की महान मूर्ति रानी लक्ष्मीबाई को उनके बलिदान दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि।
उन्होंने नारी शक्ति की परिभाषा को नए आयाम दिए और देशप्रेम की भावना को प्रज्वलित करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। रानी लक्ष्मीबाई का बलिदान केवल इतिहास नहीं, बल्कि हर भारतीय के हृदय में जीवित एक प्रेरणा है।